July 10, 2025 10:50 am

थाना कनखल पुलिस की मिलीभगत से अधिवक्ता के परिवार के साथ दिन दहाड़े डकैती

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मीडिया के सामने रूबरू होने पर अधिवक्ता अभिषेक भारद्वाज ने बताया ………

बीती दिनांक 24/05/2024 को कनखल पुलिस द्वारा ज्वालापुर के एक कारोबारी के साथ साज करते हुए, हरिद्वार – रोशनाबाद कचहरी में कार्यरत अधिवक्ता के निर्दोष परिवार के साथ दिन के उजाले में कराई गयी डकैती, लूट व् मारपीट जैसे जघन्य अपराध की घटना |
बताते चलें की पीड़ित अधिवक्ता व् ज्वालापुर निवासी सौरभ सिंघल पुत्र रविंदर सिंघल के मध्य पिछले एक साल से कनखल थानाक्षेत्र के ज्ञानलोक कॉलोनी – इंदु एन्क्लेव स्थित मकान सं 45 ( जिसमे अधिवक्ता अपने परिवार के साथ निवास करते चले आ रहे थे ) की बाबत सिविल वाद मान्य न्यायालय में विचाराधीन होने के बावजूद, विपक्षी सौरभ सिंघल द्वारा अपने परिजनों व् अज्ञात बदमाशों के साथ मिलकर जबरन घर का मुख्य द्वार व् छत का द्वार तोड़कर अधिवक्ता के परिवार के साथ दिलाया गया मारपीट व् डकैती जैसी संगीन घटना को अंजाम |
अधिवक्ता अभिषेक भारद्वाज द्वारा बताया गया कि दिनांक 24/05/2024 को 4pm बजे जब वह अपने रोशनाबाद कचहरी स्थित चैम्बर पर बैठे हुए थे, तभी उनके फ़ोन पर उनकी पत्नी का फ़ोन आया और फ़ोन उठाते ही उनकी पत्नी द्वारा रोते हुए कहा गया कि “ घर का मुख्यद्वार तोड़कर काफी सारे अंजान महिलायें व् पुरुष मुंह पे कपड़ा लपेटे घर के अन्दर घुस आयें है और छत का भी गेट तोड़कर काफी सारे लडके अन्दर आकर लूटपाट कर रहे हैं, आप जल्दी से घर आजाओ ” और इतना कहते ही अधिवक्ता की पत्नी का फ़ोन कट गया | जिसके बाद अधिवक्ता ने अपने एक जानकार के फ़ोन से 100 नंबर पर फ़ोन करके पुलिस को सूचना देते हुए सारे प्रकरण की जानकारी दी तथा उसी समय अधिवक्ता द्वारा एस.आई. मुकेश चन्द, थाना कनखल व् एस.पी. सिटी हरिद्वार को भी फोन करके उक्त घटना की सूचना देते हुए तुरंत उपरोक्त पते पर पुलिस सहायता भेजने का आग्रह किया गया |
जब अधिवक्ता अपने एक साथी अधिवक्ता संदीप वर्मा के साथ आनन् फानन में घर पहुंचे तो देखा कि विपक्षी सं.1. सौरभ सिंघल पुत्र रविंदर सिंघल 2. रविंदर सिंघल पुत्र नामालूम, 3. ऋचा सिंघल पत्नी सौरभ सिंघल, समस्त निवासीगण – फैंसी साड़ी हाउस, मौहल्ला मेहतान, थाना ज्वालापुर, जिला हरिद्वार तथा 4. नीरज सिंघल पुत्र नामालूम, 5. नीरज सिंघल का पुत्र नाम नामालूम, 6. मेहुल सिंघल (चीनू) पुत्र नामालूम, 7. मेहुल सिंघल (चीनू) की पत्नी नाम नामालूम – समस्त निवासीगण – शिवमूर्ति गली, निकट शिवमूर्ति चौक, थाना कोतवाली हरिद्वार एवं फैंसी साड़ी हाउस, मोती बाज़ार, थाना कोतवाली हरिद्वार, जिला हरिद्वार 8. रजत सिंघल पुत्र नामालूम, निवासी – माँ गायत्री रत्न केंद्र, अपर रोड, थाना कोतवाली हरिद्वार जिला हरिद्वार, 9. अध्यक्ष – वैश्य बंधू समाज,ज्वालापुर इकाई – नाम नामालूम उपनाम मेहता व अन्य अज्ञात 10 – 15 व्यक्तियों द्वारा अधिवक्ता की पत्नी को बुरी तरह मारपीट व् पकड़ कर घर के बाहर खड़ा कर रखा था, तथा अधिवक्ता का काफी सामान ( कपड़े इत्यादि ) घर के बाहर इधर उधर बिखरा पड़ा था, अधिवक्ता की पत्नी द्वारा बताया गया की उपरोक्त विपक्षीगणों द्वारा अधिवक्ता की पत्नी के साथ बदतमीजी करते हुए बुरी तरह से मारपीट कर घर की गैलरी से नीचे फेंकने की कोशिश की गयी तथा अधिवक्ता की पत्नी के गले से सोने की चैन व् हाथ से एप्पल के 2 मोबाइल फ़ोन, अलमारी तोडकर 1,50,000/- नगद, 4 तोला सोने के आभूषण व् अन्य कीमती जेवर तथा प्रार्थी का एक बैग ( जिसमे अधिवक्ता व् उनके परिवार के समस्त ज़रूरी दस्तावेज मौजूद थे ) , फ्रिज, कूलर, टीवी, वाशिंग मशीन, 2 डबल बेड, 1 गोदरेज अलमारी, 2 सोफासेट, किचन का सारा सामान ओवन , इन्वर्टर, बैटरी, WIFI, आदि लूट कर एक लोडिंग वाहन मे भरकर कही भेज दिया गया है | अधिवक्ता को देखकर उपरोक्त विपक्षीगणों द्वारा उनसे भी लड़ने का प्रयास करने लगे और गन्दी गन्दी गालियाँ दते हुए कहने लगे की “ हमने पुलिस को खरीदकर इस मकान पर कब्जा कर लिया है, तुजसे अब जो बन पाए वो तू कर ले, तेरी कोई नहीं सुनने वाला, आज तुम लोग यहाँ से जिंदा बचके नहीं जा पाओगे ”,
उसी वक़्त पुलिस के दो सिपाही चेतक से वहां पहुँच गए और अधिवक्ता व् उनकी पत्नी को अपने साथ थाना कनखल ले गये, तब तक अधिवक्ता की बुलेट मोटरसाइकिल व् स्कार्पियो कार कि चाबियाँ घर के अंदर मौजूद मिलने पर उक्त दोनों वाहन भी विपक्षियों द्वारा लूट लिए गये थे | अधिवक्ता द्वारा अपनी पत्नी के साथ कनखल थाना पहुँचकर जब वहां मौजूद एस.एस.आई. को पूरी घटना की जानकारी देकर पूरा घटनाक्रम डायरी में दर्ज कराया गया, तभी वहां कुछ प्रभावशाली तथा अन्य 30 – 40 व्यक्ति आ पहुंचे, जिनमे से एक कोंग्रेसी नेता सुनील अरोड़ा पुत्र नामालूम निवासी नामालूम व् पुलिस द्वारा अधिवक्ता से कहा गया कि ये आपसी मामला है, इसमें कुछ धन ले कर निपटारा करलो और अधिवक्ता को पैसों का लालच देकर उक्त घटना के विषय में समझौता करते हुए यह लिख कर देने का दबाव बनाने लगे की “ तुमने अपनी मर्ज़ी से उक्त मकान का कब्जा हमे सौंपा है और अब तुम किसी प्रकार की कोई कानूनी कार्यवाही नहीं करोगे ” | जिस पर अधिवक्ता द्वारा साफ़ इनकार करते हुए कहा गया कि सिविल केस के चलते जबरन बेदखल करते हुए दिन दहाड़े इतना बड़ा लूट व् डकैती का कदम उठाया गया है, जिसमे समझौता कर पाना असंभव है तथा अधिवक्ता द्वारा थाना कनखल पुलिस से उपरोक्त घटना स्थल के आस पास के cctv फुटेज रिकवर करने का आग्रह किया गया परन्तु कनखल थाना पुलिस द्वारा कोई भी जांच करने से साफ़ इनकार कर दिया गया |
जिसके बाद अधिवक्ता कनखल थाना से अपनी पत्नी को लेकर सीधा जिला अस्पताल हरिद्वार पहुंचे, जहाँ पर उनकी पत्नी का चिकित्सीय प्रमाण एवं उपचार हुआ | अगर उक्त घटनाक्रम को मद्देनजर रखते हुए कनखल पुलिस द्वारा निष्पक्ष होकर विपक्षीगणों के कॉल डिटेल्स तथा आस पास के CCTV फुटेज की जांच की जाए तो निश्चित ही उपरोक्त लिखित विपक्षीगणों के द्वारा आपस में किया गया साज व् उक्त घटनाक्रम के सत्य होने के प्रमाण निश्चित तौर पर खुल कर सामने लाए जा सकते है |
अधिवक्ता द्वारा 8.23PM पर उक्त घटना की सूचना उत्तराखण्ड सी.एम. हेल्पलाइन नं. 1905 पर भी दर्ज कराई गयी है जिसका कम्प्लेन नं. CMHL-052024-3-560981 है | जिसके बाद अधिवक्ता द्वारा उक्त घटनाक्रम के सूचनार्थ – श्रीमान SSP महोदय हरिद्वार, श्रीमान जिलाधिकारी महोदय हरिद्वार, श्रीमान चेयरमैन राज्य महिला आयोग जनपद देहरादून, श्रीमान अध्यक्ष मानवाधिकार आयोग जनपद देहरादून, श्रीमान डी.जी.पी. महोदय, जनपद देहरादून व् मान्य मुख्यमंत्री महोदय – उत्तराखंड, तथा मान्य प्रधान मंत्री – कार्यालय, नई दिल्ली – को दिनांक 25/05/2024 को रजि. डाक के माध्यम से प्रार्थना पत्र प्रेषित किया गया था, परन्तु पुलिस द्वारा अभियुक्तगणों के विरुद्ध किसी प्रकार की कोई कार्यवाही न किये जाने के कारण व् कनखल पुलिस द्वारा थाने में अधिवक्ता व् उनकी पत्नी के साथ की गयी बदसलूकी से त्रस्त होकर, अधिवक्ता अभिषेक भारद्वाज द्वारा वर्तमान इंस्पेक्टर कनखल थाना – भावना कैंथोला व् सौरभ सिंघल समेत कई नामजद व् अज्ञात व्यक्तियों व् पुलिसकर्मियों के विरुद्ध मान्य सी.जे.एम. महोदय, हरिद्वार के न्यायालय में कराया गया परिवाद दर्ज |
जिसके बाद दिनांक 26/05/2024 को जब डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के वर्तमान उपाध्यक्ष विपिन द्विवेदी द्वारा उक्त घटना के सम्बन्ध में इंस्पेक्टर कनखल थाना – भावना कैंथोला को फ़ोन कर अधिवक्ता अभिषेक भारद्वाज का सामान वापस दिलवाने को कहा गया तो उक्त इंस्पेक्टर भावना कैंथोला द्वारा जवाब दिया गया कि “अधिवक्ता अभिषेक भारद्वाज द्वारा मुझे भी नामजद कर मान्य न्यायालय में परिवाद दर्ज करा दिया गया है, अब मैं इस मामले में आपकी कोई मदद नहीं करुँगी ”
उसी दिन दिनांक 27/05/2024 को शाम के समय अधिवक्ता के एक परिचित के पास कनखल थाना से फ़ोन आया और कहा गया कि “ अभिषेक भारद्वाज की स्कार्पियो गाड़ी और बुलेट मोटरसाइकिल वही घटना स्थल के पास पोहचा दी गयी है, उन्हें बोलो वहां से लेले ” जिसके बाद अधिवक्ता द्वारा दिनांक 28/05/2024 को अपने एक परिचित को वहां भेजकर अपनी गाड़ी और मोटरसाइकिल की डुप्लिकेट चाबी बनवाकर उक्त घटना स्थल से मंगवा ली गयी तथा प्रार्थी की बुरी तरह चोटिल पत्नी की हालत बेहद नाजुक होने के कारण चिकत्सको द्वारा हाइयर सेंटर रेफर करने की बात कही जा रही है |
यह भी जानकारी मिली है कि अधिवक्ता के परिवार के साथ हुई ऐसी घटना के विरोध में जल्द ही अधिवक्ताओं का एक समूह दोषियों व् पुलिस के विरुद्ध रोषपूर्ण आन्दोलन करेगा |

 

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