



शाहजहाँपुर से प्रकाशित हो रहा फर्जी समाचार पत्र रफ्तार भारत,नही है रजिस्ट्रेशन
तथाकथित समाचार पत्र की मालकिन हैं अचला सिंह(अलका सिंह)
शाहजहाँपुर के मोहल्ला हुसैनपुरा की रहने वाली बताई जा रही हैं फर्जी समाचार पत्र की स्वामी
शाहजहाँपुर। आज पत्रकारिता को तथाकथित ने व्यवसाय बना रखा है। जनपद शाहजहाँपुर में ताजा मामला सामने आया है जहां एक तथाकथित समाचार पत्र का प्रतिदिन प्रकाशन हो रहा है। जिसका नाम है रफ्तार भारत समाचार पत्र, जिसकी स्वामी का नाम उन्ही के नियुक्त तथाकथित पत्रकार द्वारा अचला सिंह उर्फ अलका सिंह बताया गया है। फर्जी रूप से प्रकाशित समाचार पत्र की पीडीएफ में न तो कोई प्रिंट लाइन लिखी मिलेगी न ही RNI नंबर, सिर्फ उद्यम नंबर लिखा रहता है। जानकारी के अनुसार उद्यम द्वारा किसी भी समाचार पत्र प्रकाशित होने की अनुमति नही दी जाती है। न ही रिपोर्टर नियुक्त करने की अनुमति प्राप्त होती है। लेकिन इसके बावजूद शाहजहाँपुर महानगर के मोहल्ला हुसैनपुरा निवासी अचला सिंह उर्फ अलका सिंह के द्वारा प्रतिदिन रफ्तार भारत नाम से समाचार पत्र की पीडीएफ प्रकाशित होती है। और वहीं R भारत नाम से फर्जी तरीके से यूट्यूब चैनल चलाया जा रहा है। जिसमें प्रतिदिन खबरें चलाई जाती हैं। और फर्जी समाचार पत्र की स्वामी,प्रकाशक द्वारा भोले भाले युवाओं पत्रकार बनाने के नाम पर रूपये वसूली करती है और फर्जी आई डी कार्ड बना देती है। और फर्जी रिपोर्टरों के नाम से फर्जी तरीके से प्रकाशित समाचार पत्र में खबरें भी छापती है। और यूट्यूब चैनल पर भी रिपोर्टरों के नाम से खबर चलाती है। फिर विज्ञापन के नाम पर उन्ही रिपोर्टरों से अवैध तरीके से धन वसूली करती है।
अगर तथाकथित समाचार पत्र व चैनल की स्वामी प्रकाशक के खातों का स्टेटमेंट निकलवाकर पूंछा जाये कि उनके खातों पर जो पेमेंट आता है वो कहां से आता है तो शायद जबाव देना मुश्किल हो जायेगा। और विधिक जांच की जाये तो सैकड़ो लोगों को पत्रकारिता के नाम पर ठगी का शिकार बना चुकी होंगी। फिलहाल हमारे संवाददाता को इसी फर्जी समाचार पत्र में ठगी का शिकार हो चुके एक तथाकथित पत्रकार ने अचला सिंह के द्वारा नियुक्त रिपोर्टरों को खबर भेजने के लिए जो ग्रुप बनाया गया है उसका स्क्रीन शॉट भेजा है। जिसमें दो नंबर ही ग्रुप एडमिन हैं और दोनों नंबर अचला सिंह उर्फ अलका सिंह के हैं। सूत्रों द्वारा जानकारी में बताया गया है कि अचला सिंह उर्फ अलका पिछले कई वर्षों से अलग – अलग चैनलों में एच आर व अन्य पदों पर नियुक्त रह चुकी हैं और खूब रिपोर्टरों की नियुक्ति व विज्ञापन के नाम पर अवैध वसूली करती पाई गई। और जब इसकी जानकारी चैनल मालिकों को हो पाई तब उन्हे चैनल से ठगी करने पर निष्कासित किया गया। और अब उन्हे जब शाहजहाँपुर में कोई चैनल काम देने को तैयार नही है तो पिछले कुछ महीनों से उन्होंने ये ठगी करने का नया तरीका निकाला और उद्यम में पंजीयन करके फर्जी समाचार पत्र व चैनल शुरू कर दिया। और रिपोर्टर बनाने के नाम पर रूपये ठगना शुरू कर दिया। अगर कोई रजिस्ट्रेशन की जानकारी करना चाहता है तो महिला होने का फायदा उठाती हैं और फर्जी मुकदमा लिखवाने की धमकी देने लगती हैं।
अब सवाल यह है कि शाहजहाँपुर जनपद से ऐसे फर्जी समाचार पत्र का प्रकाशन पिछले कई महीनों से चल रहा है क्या जिला सूचना अधिकारी शाहजहाँपुर को इसकी खबर तक नही है। और अगर जानकारी है तो अभी तक कार्यवाही क्यों नही की गई। फिलहाल ऐसे फर्जी समाचार पत्र के प्रकाशन से पत्रकारिता की छवि धूमिल हो रही है। संबंधित अधिकारियों को तुरंत संज्ञान लेकर ऐसे फर्जी समाचार पत्र व फर्जी चैनल के स्वामी ,प्रकाशक व सम्पादक पर कड़ी कार्यवाही की आवश्यकता है। जिससे चौथे स्तंभ की छवि को बचाया जा सके। अब देखना है ऐसी फर्जी ठगी करने वाली तथाकथित समाचार पत्र व चैनल की स्वामी पर सूचना विभाग क्या कार्यवाही करता है।