July 10, 2025 9:11 am

बड़ा सवाल – किस आधार पर खबरों व शोसल मीडिया पोस्टों में दिखाया गया समाचार पत्र का कार्यालय?

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बड़ा सवाल – किस आधार पर खबरों व शोसल मीडिया पोस्टों में दिखाया गया समाचार पत्र का कार्यालय?

क्या उक्त समाचार पत्र के सम्पादक से लिया गया था वर्जन?

क्या किसी सक्षम अधिकारी की वाइट या प्रेस नोट में दर्शाया गया समाचार पत्र का कार्यालय?

क्या किसी के मकान के अंदर लगा तीन साल पुराना बैनर कार्यालय हो सकता है?

माननीय न्यायालय के समक्ष पेश करने होंगे साक्ष्य

हरपालपुर/हरदोई। जनपद के हरपालपुर कोतवाली क्षेत्र में एक तथाकथित पत्रकार के घर से लाखों रूपये का चोरी का सामान हरपालपुर थाना पुलिस व सांडी थाना पुलिस द्वारा छापेमारी के दौरान पकड़ा गया। पीड़ित प्रदीप कुमार पुत्र रघुनाथ सिंह निवासी सिमरिया थाना हरपालपुर द्वारा 28/12/2024 को प्रार्थनापत्र दिया गया कि 25/12/2024 को वह अपनी गाड़ी संख्या UP 30 BT 5896 में गाजियाबाद से चावल भरकर सुल्तानपुर जा रहा था रात्रि समय करीब 12:30 बजे पर मानीमऊ पैट्रोल पम्प पर डीजल डलबाकर गाड़ी को खड़ी कर कहीं चला गया। जब उसने गाड़ी चेक की तो तिरपाल रस्सा कटा मिला जिससे उसकी 14 बोरी चावल गायब मिला। प्रार्थनापत्र में लिखा है कि पीड़ित ने जिस संबंध में थाना साण्डी में प्रार्थनापत्र दिया था। जिसमें साण्डी थाने पर तीन लोग पकड़े गये। इस घटना में चरण सिंह पुत्र लाखन सिंह निवासी कर्ता इसके अलावा राजीव कुमार ठाकुर निवासी कुंदरौली,सुमित कुशवाहा पुत्र अज्ञात,मो. गुलशन पुत्र अज्ञात निवासी शाहाबाद मेरा उपरोक्त चावल उपरोक्त लोगों के घरों में रखा है। जिस प्रार्थनापत्र के आधार पर पुलिस ने चरण सिंह यादव के घर कर्ता में छापा मारा जहां से दारू के टैटरा पैक ,दवाईयां,हौजरी का सामन व अन्य सामान बरामद हुआ। जिसको देकर क्षेत्राधिकारी हरपालपुर द्वारा वाइट दी गई व पुलिस प्रेस नोट जारी किया गया। जिसमें माल बरामद तथाकथित पत्रकार के घर से दर्शाया गया। जिस विषय में हरपालपुर इंस्पेक्टर द्वारा जानकारी की गई तो उन्हे समाचार पत्र के सम्पादक द्वारा बताया गया कि चरण सिंह यादव को समाचार पत्र से पहले ही निकाला जा चुका है।

फिर चला समाचार पत्र से ईर्ष्या रखने वालों का कूट रचित खेल

एक तथाकथित द्वारा समाचार पत्र का लगभग तीन साल पुराना पोस्टर फेसबुक से निकालकर ग्रुप व फेसबुक पर पोस्ट किया गया बैनर में मौजूद सभी सदस्यों को लिखा चोरों का गैंग ,जबकि उक्त पोस्टर में मौजूद सदस्यों में एक ही आरोपी है जिसको बैनर से 17 अगस्त 2024 को लिखित में निकाला जा चुका है। बांकी सम्पादक,उप सम्पादक व एक अन्य ही मौजूदा समय में उक्त समाचार पत्र के अधिक्रत पदाधिकारी हैं। अन्य सदस्य ओ.पी. सिंह सोमवंशी,आशीष मिश्रा, भानु प्रताप सिंह व अन्य, अन्य समाचार पत्र में करीब दो सालों से कार्य कर रहे हैं। इसके बाद विभिन्न समाचार पत्रों में खबर चलाई गई कि समाचार के कार्यालय से चोरी का सामान दर्शाया है। और आरोपी को इंगित न करके तीन साल पुरानी फोटो कहीं से निकालकर लगाई है।और समाचार पत्र का नाम भी डाला है। यहां तक कि हरदोई के ईमानदार छवि वाली फोटो तक में आरोपी को इंगित नही किया गया कि आरोपी कौन है। वही सम्मानित पुराने समाचार पत्रों व चैनलों ने प्रेस नोट व वाइट के आधार पर खबर प्रकाशित की है जिसमें कहीं पर न तो किसी समाचार पत्र का कार्यालय दर्शाया न किसी समाचार पत्र का नाम।

किस आधार पर दिखाया समाचार का कार्यालय व किस आधार पर समाचार पत्रों के पंजीयन कार्यालय सूचना भवन दिल्ली में दर्ज सम्मानित पत्रकारों को कैसे बताया चोर माननीय न्यायालय को देना होगा जबाव

जिस समाचार पत्र का कार्यालय खबरों व व्यक्तिगत सोशल मीडिया प्लेटफार्मों में पोस्ट दर्शाया गया है। और जिस जिस की फोटो छापी गई है। उसमें चोर कौन है किस पर चोरी के आरोप हैं किस पर चोरी का किस थाने में मुकदमा दर्ज है। सबको अलग अलग जबाव माननीय न्यायालय के समक्ष देना होना जिसकी विधिक प्रक्रिया उक्त सदस्यों व उक्त समाचार ने शुरू कर दी है। करें भी क्यों नही जिस पर अभी तक कोई मुकदमा व आरोप तक नही है उनको बिना किसी साक्ष्य चोरों के गैंग में शामिल बताया गया। चोर बताया गया। जिससे उनका मान सम्मान आहत हुआ समाज में छवि धूमिल हुई।

पुलिस ने उक्त मामले में मुख्य आरोपी की पत्नी को भेजा जेल,अन्य की तलाश जारी

उक्त मामले में हरपालपुर पुलिस द्वारा सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। जिसमें मुख्य आरोपी तथाकथित पत्रकार चरण सिंह यादव की पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। जिसमें तीन नाम उजागर हुए हैं अंकित राजपूत निवासी मानीमऊ,सुमित कुशवाहा ,रिंकू मौर्या बिलग्राम जो पिकअप डाला से सामान चरण सिंह यादव के घर लाते थे । जानकारी के अनुसार जिनका पत्रकारिता से कोई संबंध तक नही है। मुख्य आरोपी की पत्नी को आबकारी अधिनियम की धारा में पुलिस ने जेल भेज दिया है। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। अग्रिम विधिक कार्यवाही प्रचलित है।

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